संपादकीय
उत्तराखण्ड में लागू समान नागरिक संहिता संविधान की मूल भावना के खिलाफ
देश-विदेश के
मई 2024 अंक में
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जीवन और कर्म
साहिर लुधियानवी : मेरे गीत तुम्हारे हैं
साहिर लुधियानवी का बाकमाल शेर है, खुद्दारियों के खून को अर्ज़ां1 न कर सके, हम अपने जौहरों2 को नुमाया न कर सके। (1– सस्ता 2– गुणों को) खुद्दारी हमेशा उनके लिए बेशक़ीमती रही। इसे कभी उन्होंने सस्ते में... आगे पढ़ें
हिन्दू–मुस्लिम सौहार्द के विलक्षण पैरोकार काजी नजरुल इस्लाम
काजी नजरुल इस्लाम हिन्दू–मुस्लिम सौहार्द के विलक्षण पैरोकार और महत आकांक्षी बांग्ला कवि–लेखक थे। वे आधुनिक बांग्ला काव्य और संगीत के क्षेत्र में एक युग प्रवर्तक थे। प्रथम महायुद्ध के बाद आधुनिक बांग्ला काव्य में रवीन्द्रनाथ टैगोर के... आगे पढ़ें
राजनीतिक अर्थशास्त्र
अमरीका में फैक्टरी फार्मिंग का विकास और पारिवारिक पशुपालन का विनाश
अमरीका की खेती में निगमीकरण के बढ़ते प्रभाव को देखने पर कई दिलचस्प तथ्य सामने आते हैं। मसलन, लागतों, मशीनरी और पैदावार पर बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का नियन्त्रण, फैक्टरी फार्मिंग का उदय तथा ग्रामीण पारिवारिक खेती और पशुपालन का... आगे पढ़ें
मोदी के शासनकाल में अर्थव्यवस्था की दशा और दिशा
लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “पिछले 10 साल के शासन में हमने लोगों की आय दोगुनी करके उनकी जिन्दगी बेहतर बनायी है, अब जनता इस देश में... आगे पढ़ें
राजनीति
इलेक्टोरल बॉण्ड घोटाले पर जानेमाने अर्थशास्त्री डॉक्टर प्रभाकर का सनसनीखेज खुलासा
पत्रकार– नमस्कार मैं दीपक शर्मा। दोस्तो, मोदी सरकार के भ्रष्टाचार की जो लोग कलई खोल रहे हैं या जो ऐतराज कर रहे हैं या सवाल उठा रहे हैं ऐसे लोगों को क्या प्रधानमन्त्री मोदी डराने की कोशिश कर... आगे पढ़ें
चुनावी बॉण्ड घोटाला : भाजपा को चन्दा, कम्पनियों को धन्धा और जनता को फन्दा
15 फरवरी, 2024 को सुप्रीम कोर्ट के पाँच न्यायाधीशों की पीठ ने चुनावी बॉण्ड (या इलेक्टोरल बॉण्ड) को गैर–संवैधानिक करार दिया। इसने राजनीतिक गलियारे में एक तूफान खड़ा कर दिया। पहले से ही कयास लगाये जा रहे थे... आगे पढ़ें
यूरोपीय और भारतीय किसानों के आन्दोलन और उनके साझे मुद्दे
–– सोमा एस मोरला, पूरे यूरोप में चारों तरफ किसान आन्दोलन कर रहे हैं। उनकी प्रमुख माँग है फसल के लिए सुनिश्चित और उचित मूल्य। इसके लिए सरकार द्वारा किये गये वादे को पूरा नहीं करने के खिलाफ... आगे पढ़ें
साहित्य
औपनिवेशिक सोच के विरुद्ध खड़ी अफ्रीकी कविताएँ
–– भगवान स्वरूप कटियार, ‘अफ्रीकी कविताएँ’ नाम से गार्गी प्रकाशन से प्रकाशित अफ्रीकी कविताओं की यह किताब कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। पहली बात यह किताब मंगलेश डबराल जैसे बड़े और संवेदनशील कवि की अनुपस्थिति के सूनेपन को... आगे पढ़ें
बड़ों के दुख की बच्चों पर छाया
हिन्दी गोबरपट्टी का आज भी यह सौभाग्य है कि जब बड़े–बड़े मीडिया घरानों ने हिन्दी की व्यावसायिक पत्रिकाएँ लगभग बन्द कर दी हैं और जब अंधविश्वासी– साम्प्रदायिक सोच चरम पर है, तब भोपाल से बच्चों की दो गैर... आगे पढ़ें
श्रद्धांजलि
डॉ– रोज डगडेल : आयरिश स्वतंत्रता सेनानी को क्रान्तिकारी सलाम
आधी सदी से भी अधिक समय तक आयरिश आजादी के लिए लड़ने वाली डॉ– रोज डगडेल अब नहीं रहीं। 27 मार्च 2024 को डबलिन के ग्लासनेविन कब्रिस्तान में उनकी अन्तिम विदाई में विशाल जन–सैलाब उमड़ पड़ा। 18 मार्च... आगे पढ़ें
व्यंग्य
साँपों की सभा
‘तुम में जहर नहीं है, इसलिए तुम कमजोर हो!’ साँप ने चूहे से कहा। ‘जिसके अन्दर जहर होता है, दुनिया उसकी इज्जत करती है–––उनका सिक्का चलता है।’ चूहा ध्यान से सब सुनता रहा। ‘जब तुम्हारे पास जहर होगा,... आगे पढ़ें
विचार-विमर्श
भारत की शैक्षणिक और वैज्ञानिक बुनियादों पर व्यवस्था–जनित खतरा
भाजपा सरकार रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट (आरएण्डडी) को प्रोत्साहित नहीं कर रही है। उच्च शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों की फंडिंग में लगातार कटौती हो रही है। स्कॉलरशिप न मिलने के चलते शोधकर्मी आन्दोलन करने पर मजबूर हो रहे हैं।... आगे पढ़ें