जून 2020, अंक 35 में प्रकाशित

बोल्सोनारो की नयी मुसीबत

‘शोले’ फिल्म में ‘मौसी’ ने ‘जय’ से कहा, “बेटा आदमी की पहचान उसके यारों–दोस्तों से होती है”।

हमारे प्रधानमंत्री जी के दुनिया में बहुत से दोस्त हैं। उनमें से दो खास दोस्त हैं–– इजराइल के राष्ट्रपति नेतेन्याहू और ब्राजील के राष्ट्रपति ज्येर बोल्सोनारो। जी हाँ, वही बोल्सोनारो जिन्हें इस बार गणतंत्र दिवस पर भारत सरकार ने खास मेहमान बनाया था। जो पिछले दिनों कोरोना मामले पर बेहूदी हवाई बयानबाजी करने के चलते दुनिया भर में बदनाम हुए थे।

ट्रम्प! जी नहीं, ट्रम्प दोस्त नहीं है। दोस्त धमकाते नहीं।

नेतेन्याहू पर इजराइल में भ्रष्टाचार के केसों का अम्बार लगा है। वह किसी तरह राष्ट्रपति भवन तक पहुँचने में कामयाब तो हो गये हैं लेकिन लगता है ज्यादा दिन वहाँ टिक नहीं पाएँगे। बोल्सोनारो के खिलाफ भी जाँच बैठा दी गयी है और लगता है कि उन्हें राष्ट्रपति भवन छोड़ना पड़ेगा। बोल्सोनारो ने हाल ही में संघीय पुलिस प्रमुख को बर्खास्त कर दिया था। यह फैसला अब उन पर भारी पड़ रहा है।

बोल्सोनारो अपने चहेते पूँजीपतियों की बेशर्मी से खुलेआम मदद करने, राजनीतिक विरोधियों को ठिकाने लगाने, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पर्यावरणवादियों और लैंगिक अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न करने और चन्द धन्नासेठों के मुनाफे के लिए धरती माँ के फेफड़े कहे जाने वाले अमेजन के जंगलों में आग लगवाने जैसे कुकर्मों के चलते पहले ही बहुत बदनाम हो चुके हैं।

शायद इस बार वह अपने दौर के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे हैं। पिछले महीने उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री लुईस हेनरिक को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद बोल्सोनारो के मजबूत राजनीतिक सहयोगी और न्यायमंत्री सेर्गियो मोरो ने भी मंत्रीमण्डल से इस्तीफा दे दिया। उनका आरोप था कि कुछ बड़े राजनेता संघीय पुलिस के ढाँचे से छेड़–छाड़ कर रहे हैं। अटोर्नी जरनल मोरो के पक्ष में आ गये और सर्वाेच्य न्यायालय से इन आरोपों की जाँच का आदेश देने की गुजारिश की। न्यायालय ने 60 दिन में जाँच पूरी करने का आदेश दिया।

पुलिस ने राष्ट्रपति और उनके दो बेटों, (दोनों उच्च राजनीतिक पदों पर हैं) के खिलाफ फर्जी खबर फैलाने, भ्रष्टाचार और माफिया गिरोह से सम्बन्ध रखने की जाँच शुरू कर दी। इसी दौरान राष्ट्रपति ने पुलिस प्रमुख को बर्खास्त करके उनकी जगह अपने बेटे के एक ‘मित्र’ को बहाल कर दिया। उनके इस कदम से मोरो के आरोप खुद ही साबित हो गये। अब बोल्सोनारो के सर पर दो तलवारें लटकी हैं–– पुलिस की जाँच और ज्यादा तेज हो गयी है तथा कोरोना महामारी के चलते देश भारी आर्थिक संकट में फंस चुका है।

मोरो और हेनरिक की जोड़ी ने पूर्व राष्ट्रपति लूला को भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों में फँसाने और बोल्सोनारो को राष्ट्रपति के पद तक पहुँचाने में प्रमुख भूमिका निभायी थी। मंत्री बनने से पहले मोरो जज थे। लूला को सजा करवाने वाले समूहों के साथ मोरो की साँठ–गाँठ के प्रमाण पिछले साल ही सामने आ गये थे और यह भी साफ हो गया था कि मोरो, हेनरिक और बोल्सोनारो की तिकड़ी ने देशी–विदेशी पूँजी के दम पर न्यायपालिका, कार्यपालिका और मीडिया के एक हिस्से को अपने पक्ष में लेकर तथा जनता को गुमराह करके जीत हासिल की थी।

किसी सयाने ने कहा है कि चोरों के बीच चोरी के वक्त तो एका होता है लेकिन मुसीबत में जूतम–पैजार होता है। और हाँ, मौसी ने कहा था–– बेटा आदमी की पहचान उसके यारों–दोस्तों से होती है”।

 
 

 

 

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